UTTARAKHAND 30 MARCH
साल 2022 से थल सेना में शुरू हुई अग्निवीर योजना के दो साल पूरे होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एक बयान ने विपक्ष को इस योजना के विरोध का मौका एक बार फिर दे दिया है। रक्षा मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस ने अग्निवीर योजना पर फिर सवाल उठाया है तो वहीं भाजपा ने इस बयान का बचाव करते हुए इसे देशहित वाला बयान बताया है। हालांकि जिन युवाओं के लिए इस योजना को लॉन्च किया गया है उन्होंने भी सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं।
साल 2022 में लांच की गई थी अग्निवीर योजना
साल 2022 में देश की थल सेना के लिए मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना को लॉन्च किया। जिसके लिए पहले बैच के आवेदन विपक्ष के विरोध के बाद भी जुलाई से शुरू कर दिए गए। विपक्ष के साथ सेना से जुड़े कुछ लोगों ने भी इस योजना का विरोध किया था। जबकि सेना की तैयारी कर रहे युवा भी इस योजना से खुश नहीं दिखे।
- सवाल ये था कि देश की सुरक्षा से जुड़े इस विषय को सरकार कैसे अनदेखा करके केवल 4 साल के लिए नियुक्तियां कर सकती है। हालांकि इस विरोध का सरकार पर कोई खास असर नहीं हुआ। क्योंकि सरकार की इस योजना की पैरवी के लिए सेना के कई अफसर सामने आए और अग्निवीर योजना को सरकार की उपलब्धि बताया।
भाजपा देशहित में ही करती है काम
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया के बाद भाजपा ने रक्षामंत्री के बयान का बचाव किया है और इस बयान कि देशहित वाला बयान करार दिया है। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि रक्षा मंत्री ने को बयान दिया है वो काफी सोच समझ कर दिया गया बयान है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जो भी काम करती है वो देशहित, सैनिक हित ओर युवाओं के हित में होता है जबकि को कांग्रेस अग्निवीर पर सवाल उठाती है वो हमेशा अपने परिवार का ही हित देखती है। अग्निवीर को लेकर जो बयान रक्षा मंत्री द्वारा दिया गया है और विपक्ष द्वारा बार-बार अग्निवीर को लेकर भाजपा सरकार को घेरते हुए देखा गया है। लेकिन अब देखना ये होगा लोकसभा चुनाव में बयान बाजी का कितना असर पड़ता है।